Sunday, December 10, 2017

प्रोक्षी सरवर

प्रोक्षी सरवर का उपयोग तब किया जाता हे जब हम किसी एसे
इन्टरनेट कनेक्सन पर होते हे जिस  पर कुछ मीडिया साइट्स
ब्लॉक की होती है जैसे  यूट्यूब, फेसबूक आदी  साइट्स  ब्लॉक
कर दी जाती है।स्कूल,कॉलेज,अस्पताल आदी सरकारी इंटरनेट
कनेक्सन  मे  एसा  होता  है । प्रोक्षी  सरवर  पर  यह  साइटें भी
ब्राउज की  जा  सकती  है ।  नीचे  दिया गया लिंक एसी ही एक
अच्छी प्रोक्षी सरवर साइट का उदाहरण है।

Wednesday, September 20, 2017

रेफरल लिंक या रेफरल कोड क्या होता हैं

         क्सर आपको इंटरनेट का इस्तेमाल करते समय रेफरल लिंक या रेफरल कोड जैसे शब्द दिखाई देते होंगे या तो यह लिंक आपको किसी वेबसाइट पर या व्हॉट्सएप्प और फेसबुक ग्रुप में आपके दोस्तों द्वारा शेयर किये जाते हैं तो आखिर क्या होता है रेफरल लिंक या रेफरल कोड। इनका मतलब क्या हैं और इनसें फायदा क्या हैं- रेफरल लिंक या रेफरल कोड का सीधा संबंध एफिलिएट (सहबध्द) मार्केटिंग से है। असल में कुछ वेबसाइट या एप्लीकेशन अपने प्रोडक्ट या एप्लीकेशन को प्रमोट (प्रचार) के लिये इंटरनेट और मोबाइल यूजर्स का सहारा लेते है, जिसके बदले वह प्रमोट (प्रचार) करने वाले व्यक्ति को कमीशन भी देते हैं। जब कम्पनी अपने किसी प्रोडक्ट को आपसें प्रमोशन कराती है तो वह आपको एक यूनिक लिंक देती है असल में यह लिंक एक ट्रैकिंग लिंक होता है जिससें पता चलता है कि आपके द्वारा किये गये प्रमोशन सें कम्पनी की वेबसाइट को कितने क्लिक मिले या अगर एप्लीकशन है तो कितने बार वह एप्लीकशन आपके द्वारा दिये गये लिंक सें डाउनलोड हुई। इन्हीं लिंक्स को रेफरल लिंक कहते हैं। इसके अलावा कुछ एप्लीकशन में रेफरल कोड का ऑप्सन होता है। यह कोड भी यूनीक और ट्रैकिंग कोड होता है और बिल्कुल ट्रैकिंग लिंक की तरह ही काम करता हैं।
       रेफरल लिंक का फायदा- कई सारी कम्पनियाँ रेफर और अर्न प्रोग्राम चलाती है जिसके लिये आपको उनकी वेबसाइट या एप्लीकशन पर रजिस्टर करना होता हैं वहां से आपको एक रेफरल कोड दिया जाता है, इस लिंक को आप कहीं भी शेयर कर सकते हैं अगर आपके रेफरल लिंक पर क्लिक कर या रेफरल कोड का इस्तेमाल कर कम्पनी को कोई फायदा होता है तो वह उसमें आपको भी तय कमीशन देती है, इस तरह सें आपकी घर बैठे कमाई हो जाती है, बहुत से इंटरनेट यूजर्स इन्हीं से पैसा कमा रहे हैं। यह ऑनलाइन पैसे कमाने के कुछ आसान तरीकों में सें एक हैं।

Saturday, September 16, 2017

कम्प्यूटर बूटिंग क्या है

        म्प्यूटर बूटिंग एक ऐसा शब्द है जिसमे कम्प्यूटर प्रयोग करने वाला तकरीबन हर कोई परिचित होगा लेकिन अगर आप इससें अनजान हैं तो यहां मैं आपको कम्प्यूटर बूटिंग और इसके प्रकार के बारे मे बता रहा हूँ। कम्प्युटर में विंडोज इंस्टॉल कराते समय बूटिंग या बूटेबल शब्द अक्सर आपने सुना होगा, यहां मैं सबसें पहले इसी के बारे में बता रहा हूं- कम्प्यूटर स्टार्ट करने पर CPU और BIOS मिलकर कम्प्यूटर को स्केन करते हैं जिसमे कम्प्यूटर यह पता करता है कि मदरबोर्ड सें कौन-कौन से उपकरण जुड़े हुए हैं और ठीक प्रकार से काम कर भी रहे हैं या नहीं। इसमे रेम, डिस्प्ले, हार्डडिस्क आदि की जांच होती है, यह प्रक्रिया पोस्ट कहलाती है। जब कम्प्यूटर पोस्ट की प्रक्रिया पूर्ण कर लेता है तो BIOS बूटिंग डिवाइस को सर्च करता है, वह हर बूट दिवाइस में बूटिंग फाइल को सर्च करता है। सबसे पहले First Boot Device फिर Second Boot Device इसके Third Boot Device डिवाइस और अगर इसमे भी बूटिंग डिवाइस न मिले तो Boot Device, BIOS को जिसमे भी पहले बूटिंग फाइल मिल जाती है वह उसी सें कम्प्यूटर को बूट करा देता है और कम्प्यूटर मेंं विंडो की लोडिंग शुरू हो जाती है। जो उपभोक्ता CD या DVD से विंडोज इंस्टॉल करते हैं वह First Boot Device के तौर पर CD ROM को सलेक्ट करते हैं लेकिन हर किसी सीडी सें BIOS कम्प्यूटर को बूट नहीं करा सकता है। बूटेबल होने का मतलब है कि उसमें बूटिंग फाइल होना चाहिये जिससें BIOS उसे पड़ सकें। अगर आपके कम्प्यूटर में कोई भी बूटेबल मीडिया है तो आपको Insert Boot Media का Error दिखाई देगा। Error आपको तब भी दिखाई दे सकता है जब कम्प्यूटर हार्ड डिस्क से बूट न ले रहा हो।
       बूटिंग के प्रकार- कम्प्यूटर में बूटिंग  दो प्रकार की होती है कोल्‍ड बू‍टिंग अौर वार्म बूटिंग- क्या होती हैं कोल्ड बूटिंगजब आप CPU के कम्प्यूटर का पॉवर बटन या स्टार्ट बटन प्रेस कर कम्प्यूटर को स्टार्ट करते हैं तो इसे कोल्ड बूटिंग कहा जाता हैं। वार्म बूटिंग- कम्प्यूटर के हैंग होने की स्थिति में की-बोर्ड के द्वारा Alt+Ctrl+Del दबाकर या फिर रीस्टार्ट बटन का उपयोग कम्प्यूटर को दोबारा बूट कराने की प्रक्रिया वार्म बूटिंग कहलाती है जिसे रीबूट भी कहते हैं।

                                                                                                      

Monday, August 28, 2017

अब आपके सामने कोई उलझन नहीं रहेगी

क्या आपके मन में कोई सवाल है या टेक्नोलॉजी से संबंधित कोई परेशानी आ रही है? इस स्थिति में आप इंटरनेट की मदद ले सकते हैं।इंटरनेट पर ऐसे कई टूल्स हैं, जो आपकी हर उलझन को दूर कर सकते हैं।

                                                                                     Rajasthan Patrika (me.next) में प्रकाशित..........

Sunday, June 11, 2017

विंडोज को बनाएं और ज्यादा उपयोगी

क्या आप अपने पीसी पर विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम इस्तेमाल करते हैं? विंडोज पर काम करना काफी सरल है। अब आप कुछ फ्री प्रोग्राम्स की मदद से अपने काम  ज्यादा बेहतरीन बना सकते हैं। जानते हैं इन प्रोग्राम्स के बारे में-
                                                                                                                                                              Rajasthan Patrika (me.next) में प्रकाशित..........

Saturday, May 13, 2017

यूं बचाइए अपनी गैलेरी का स्टोरेज



फोन हो या फिर कम्प्यूटर, यह समस्या आम है कि इमेज फाइल्स इसके स्टोरेज को लगातार भरति रहती है और बाद में यह तस्वीरें इतनी ज्यादा हो जाती हैं कि इन्हें एक-एक कर देखने और छांटने का समय नहीं मिलता। वाट्सएप सरीखे टूल्स इस समस्या की ओर बढ़ाते हैं, क्योंकि वहां एक ही इमेज डुप्लीकेट होकर बार-बार डिवाइस में आ जाती है और उन्हें हटाने का समय नहीं मिलता। यदि सभी को एक साथ सलेक्ट कर हटाएं, तो किसी काम की इमेज के भी डिलीट होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में फोन और पीसी के कुछ टूल्स मददगार साबित हो सकते हैं।


◄ एंड्रॉइड की गैलेरी का डॉक्टर 

इसके लिए नीचे दिए गए एप की मदद ली जा सकती है-
1. सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर पर जाएं और वहां Gallery Doctor - Photol Cleaner चुनिए।
2. आप इस वेबपेज पर जा सकते हैं - यहां पर जाएं
3. इस एप को इंस्टॉल करें।

◄ पीसी पर यूं छांटे सिमिलर इमेज 

इसके लिए नीचे दिए गए प्रोग्राम की मदद ली जा सकती है-
1. इस वेबसाइट पर जाइए- यहां पर जाएं
2. यहां से एक छोटे प्रोग्राम को डाउनलोड कीजिए।
3. यह आपके लिए चिन्हित की गई डायरेक्ट्री से एक जैसे दिखने वाली सभी इमेज को तलाश कर लाएगा।
- आशीष खंडेलवाल